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शैतान की सबसे बड़ी सफलता

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लूका 12:16-21 उस ने उन से एक दृष्टान्त कहा, कि किसी धनवान की भूमि में बड़ी उपज हुई। 17 तब वह अपने मन में विचार करने लगा, कि मैं क्या करूं, क्योंकि मेरे यहां जगह नहीं, जहां अपनी उपज इत्यादि रखूं।18 और उस ने कहा; मैं यह करूंगा: मैं अपनी बखारियां तोड़ कर उन से बड़ी बनाऊंगा;19 और वहां अपना सब अन्न और संपत्ति रखूंगा: और अपने प्राण से कहूंगा, कि प्राण, तेरे पास बहुत वर्षों के लिये बहुत संपत्ति रखी है; चैन कर, खा, पी, सुख से रह।20 परन्तु परमेश्वर ने उस से कहा; हे मूर्ख, इसी रात तेरा प्राण तुझ से ले लिया जाएगा: तब जो कुछ तू ने इकट्ठा किया है, वह किस का होगा? 21 ऐसा ही वह मनुष्य भी है जो अपने लिये धन बटोरता है, परन्तु परमेश्वर की दृष्टि में धनी नहीं॥

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शैतान की सबसे बड़ी सफलता


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क्या मैं आपसे पूछ सकता हूँ, कि इस क्रिसमस पर, क्या आप किसी को यीशु के बारे में बताने जा रहे हैं? क्या आप इस त्योहार पर उसके प्रेम, के बारे मे बताने जा रहे हैं, जो अभी तक उसे नहीं जानते है? और यदि नहीं तो बतायें, क्यों नहीं?

आप के इस धरती पर कितने क्रिसमस बचे हैं? अब यदि आप वास्तव में यीशु पर विश्वास करते हैं तो यह इतना डरावना प्रश्न नहीं है, क्योंकि आपका अनंत काल निश्चित है। तो चलिए मैं विषय बदल देता हूं।

आप का सबसे अधिक प्रेम करने वाला व्यक्ति कौन है जो अभी तक यीशु को नहीं जानता है? उनके इस धरती पर कितने क्रिसमस बचे हैं? 17वीं शताब्दी में, जॉन ओवेन नाम के एक व्यक्ति ने यह कहा: शैतान की सबसे बड़ी सफलता लोगों को यह सोचने के लिए प्रेरित करना है कि उनके पास अपने अनन्त कल्याण पर विचार करने के लिए मरने से पहले काफ़ी समय है।

यहाँ उसी विषय पर यीशु कहता है:

का12:16-21 उस ने उन से एक दृष्टान्त कहा, कि किसी धनवान की भूमि में बड़ी उपज हुई। 17 तब वह अपने मन में विचार करने लगा, कि मैं क्या करूं, क्योंकि मेरे यहां जगह नहीं, जहां अपनी उपज इत्यादि रखूं।18 और उस ने कहा; मैं यह करूंगा: मैं अपनी बखारियां तोड़ कर उन से बड़ी बनाऊंगा;19 और वहां अपना सब अन्न और संपत्ति रखूंगा: और अपने प्राण से कहूंगा, कि प्राण, तेरे पास बहुत वर्षों के लिये बहुत संपत्ति रखी है; चैन कर, खा, पी, सुख से रह।20 परन्तु परमेश्वर ने उस से कहा; हे मूर्ख, इसी रात तेरा प्राण तुझ से ले लिया जाएगा: तब जो कुछ तू ने इकट्ठा किया है, वह किस का होगा? 21 ऐसा ही वह मनुष्य भी है जो अपने लिये धन बटोरता है, परन्तु परमेश्वर की दृष्टि में धनी नहीं॥

यदि आप वास्तव में उस व्यक्ति से प्यार करते हैं जो अभी तक यीशु को नहीं जानता है, तो इसे तब तक न छोड़ें जब तक कि बहुत देर न हो जाए, क्योंकि उनका अनंत काल दांव पर लगा है।

यह  परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज .आपके लिए…।