... helping you be all that God made you to be, because He plans on shining His light into this world through you.

Berni - ceo, Christianityworks

गर्व लूट लेता है

We're glad you like it!

Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.

Register or Login

Add to Favourites

फिलिप्पियों 2:5-8 जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो; 6जिसने परमेश्‍वर के स्वरूप में होकर भी परमेश्‍वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा। 7वरन् अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप धारण किया, और मनुष्य की समानता में हो गया। 8और मनुष्य के रूप में प्रगट होकर अपने आप को दीन किया, और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु, हाँ, क्रूस की मृत्यु भी सह ली।

Listen to the radio broadcast of

गर्व लूट लेता है


Download audio file

अपने जीवन में, मैं वास्तव में कुछ बहुत ही बुद्धिमान और सफल लोगों से मिला हूँ। आप भी ऐसे लोगों से मिले होंगे? ऐसे लोग जो आपसे या मुझसे कहीं ज्यादा हासिल कर सकते हैं। लेकिन एक बात है जो उनमें से बहुतों को आगे बढ़ने से रोक देती है।

सच तो यह है, कि आप एक ही समय में बुद्धिमान और क्रूर दोनों हो सकते हैं। आप एक ही समय में अविश्वसनीय रूप से सफल और अविश्वसनीय रूप से अप्रिय हो सकते हैं। आप एक ही समय में बड़ी सफलता और बड़ी हार का सामना कर सकते हैं। इनमें से प्रत्येक एक अजीब संयोग है और फिर भी आप इन्हें हर समय लोगों में देखते हैं।

यह वास्तव में दुखद है, क्योंकि जब अभिमान किसी के अंदर घर कर लेता है, तो अंत में वह व्यक्ति बुरी तरह गिरता चला जाता है। मैंने किसी को एक बार यह कहते हुए सुना है कि अहंकारी व्यक्ति की अच्छाइयों की, परमेश्वर और मनुष्य दोनों के सामने कोई कीमत नहीं रह जाती।   

आप इस संसार में सबसे बुद्धिमान व्यक्ति हो सकते हैं, लेकिन साथ ही सबसे अकेले व्यक्ति भी हो सकते हैं क्योंकि अन्य लोग आपके अहंकार से घृणा करते हैं। इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है कि आप अपने दिल में गर्व को सर उठाने से पहले कुचल दें, इससे पहले कि यह आपको नष्ट कर दे, क्योंकि गर्व आपको अवश्य ही नष्ट करेगा। पतन से पहले गर्व आता है। और अभिमान को कुचलने का सबसे अच्छा तरीका?

फिलिप्पियों 2:5-8  जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो; 6जिसने परमेश्‍वर के स्वरूप में होकर भी परमेश्‍वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा। 7वरन् अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप धारण किया, और मनुष्य की समानता में हो गया। 8और मनुष्य के रूप में प्रगट होकर अपने आप को दीन किया, और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु, हाँ, क्रूस की मृत्यु भी सह ली।

याद रखें: घमंड को कुचलने का सबसे अच्छा तरीका यीशु का अनुसरण करना है।

यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज … आपके लिए… ।